Monday, February 16, 2015



Shiva- the incarnation of the unborn and immortal!
Today we celebrate Mahashivratri as a day of Shiva, the Rudra, the Mrintunjay, Mahadeva.
Shiva means the auspicious and we are not ignorant to his Neelkanth form as well.
I offer him my prayer through these words. 

शिव स्तुति

रौद्र रूपं, महा मृतुनजयम
शिवम् तुम्ही सत्य, सुन्दरम
हर नाम का अभिषेक तुम
तुम्ही संसार का सार, अंत तुम
हे नीलकंठ, विष हारनम
तुम महादेव भय नाशनं
आजन्मा, अमर, अगोचरं
विध्वन्श्कारम, सुर्यरूपम
त्रिमूर्ति के सृजन्हारम
अनंत्कारम, निर्विकारं
कैलाशपति, योगी तुम
कला, नृत्य का स्वरुप तुम;
तुम हो प्रखंड सूर्य की किरण
तुमसे है जन्मा हर एक कण
तुम जीत हो, अजेय तुम
त्रिशूल-हारी, पार ब्रह्म तुम
हर शब्द में तुम हो प्रभु;
हर साँस में, विश्वास में
क्या करूँ तेरा बखान मैं;
तुम सत्य, सुन्दर प्राण में
सनातन हो तुम, सदानंद भी
जगत के पति, तुम तेज भी, तुम मंद भी.





© श्रुति सुमन, १७ फरवरी, २०१५, १२:३८ दिवा, मंगलवार, नई दिल्ली

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